प्रिंसिपल ने दी भीख मांगने की सलाह, आर्केस्ट्रा में किया काम, AR Rahman ने ऐसे कमाया म्यूजिक इंडस्ट्री में नाम
एआर रहमान संगीत की दुनिया के वह बादशाह माने जाते हैं जिनके बिना म्यूजिक इंडस्ट्री की कल्पना अधूरी है। उन्होंने अपने संगीत के जरिये न सिर्फ भारत में बल्कि दुनियाभर में नाम कमाया है। हालांकि चकाचौध की दुनिया में अपने लिए नाम कमाना उनके लिए आसान नहीं था। एआर रहमान को हाल ही में उनके म्यूजिक के लिए सातवीं बार नेशनल अवॉर्ड से नवाजा गया।
संगीत की दुनिया के सबसे मशहूर और उम्दा फनकारों में एआर रहमान का नाम जरूर शामिल है। उनके संगीत के दीवाने सिर्फ भारत में ही नहीं, पूरी दुनिया में हैं। ये संगीत के प्रति उनका लगाव ही है कि वह आज भी नई और अदभुत तरह की धुनों और म्यूजिक के लिए पुरस्कार से नवाजे जाते हैं।
सातवीं बार जीता नेशनल अवॉर्ड
16 अगस्त, 2024 को नेशनल अवॉर्ड विनर्स की घोषणा की गई। इस लिस्ट में कई मशहूर सिंगर और म्यूजिक कंपोजर के साथ ही का नाम भी शामिल था, जिन्हें उनके कमाल के संगीत के लिए सातवीं बार नेशनल अवॉर्ड से नवाजा गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिनके संगीत ने विश्वभर में कमाल किया है, वह कभी इंजीनियर बनने की ख्वाहिश रखते थे। एआर रहमान के बारे में ऐसी कई अनसुनी बाते हैं, जिसके बारे में आज हम आपको बताएंगे।
15 की उम्र में छोड़ दी थी पढ़ाई
महज 9 साल के थे, जब उनके पिता का निधन हो गया था। इसके बाद घर चलाने के लिए उन्होंने काम करना शुरू किया, जिससे पढ़ाई पीछे छूटने लगी। जब प्रिंसिपल ने एक दिन इस बात की शिकायत उनकी मां से की, तब उन्हें आर्थिक हालात के बारे में बताया गया। इस पर प्रिंसिपल ने कहा कि सड़कों पर जाकर भीख मांगो। इस बात का उन्हें इतना बुरा लगा कि 15 की उम्र के बाद पढ़ाई छोड़ दी।
माइकल जैकसन से मुलाकात का दिलचस्प किस्सा
एआर रहमान पॉप किंग माइकल जैक्सन के बड़े प्रशंसक रहे हैं। एक बार उन्होंने जैक्सन के मैनेजर से इस बारे में बात भी की, लेकिन एक हफ्ते तक फिर कोई जवाब नहीं मिला। जब रहमान को 'स्लमडॉग मिलेनियर' के लिए ऑस्कर के लिए नॉमिनेट किया गया, तब जैक्सन ने उनसे मिलने का आग्रह किया। हालांकि, इस बार एआर रहमान ने मिलने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि वह ऑस्कर मिलने पर ही मुलाकात करेंगे और अपने वादे के अनुसार उन्होंने वैसा ही किया।
ऐसे बनाया म्यूजिक इंडस्ट्री में नाम कमाने का मन
एआर रहमान 4 साल के थे, जब उन्होंने पियानो बजाना सीखना शुरू किया था। वह अपने पिता के दोस्त एक.के अर्जुनन के ऑर्क्रेस्टा में शामिल हुए थे। यहां 11 साल की उम्र में वह काम भी करने लगे। धीरे-धीरे वह जाकिर हुसैन, एल शंकर के साथ वर्ल्ड टूर पर जाने लगे। शुरुआत में वह टीवी विज्ञापन और जिंगल के लिए पार्शव संगीत बनाते थे। 1992 में आई मणिरत्नम की 'रोजा' से उन्हें पहचान मिली। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
एआर रहमान के बारे में अन्य बातें
युवाओं के लिए बनाया Qyuki प्लेटफॉर्म
एआर रहमान ने युवाओं को मौका देने के लिए फिल्ममेकर शेखर कपूर के साथ Qyuki प्लेटफॉर्म बनाया है।
बराक ओबामा ने किया था डिनर पर इन्वाइट
एआर रहमान की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि 2012 में उन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने क्रिसमस कार्ड भेजा था। रहमान को व्हाइट हाउस में डिनर का न्योता दिया गया था।
एक घंटे की लेते हैं नींद
अपने म्यूजिक में परफेक्शन के लिए एआर रहमान कोई कसर नहीं छोड़ते। उनके बारे में चर्चित है कि म्यूजिक रिलीज के दिन वह मुश्किल से एक घंटा सोते हैं।
रहमान ने जीते ये अवॉर्ड
अपने अब तक के करियर में एआर रहमान ने अब तक कुल 138 पुरस्कार जीते हैं। उन्हें दो ऑस्कर, दो ग्रैमी, एक गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड सहित सर्वश्रेष्ण संगीत निर्देशक के लिए सात नेशनल अवॉर्ड मिले हैं।
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