'वामपंथी उग्रवाद का अब होगा खात्मा', सात राज्यों के साथ अमित शाह ने किया मंथन, बोले- अब समय आ गया है...
गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में शनिवार को छत्तीसगढ़ रायपुर में इंटर स्टेट कोऑर्डिनेशन की बैठक हुई। इस बैठक में छत्तीसगढ़ के 7 राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए। इस दौरान शाह ने कहा कि वामपंथी उग्रवाद को एक मजबूत रणनीति के साथ निर्णायक झटका देने का समय आ गया है। हमें इस मुद्दे पर अंतिम प्रहार करना चाहिए!
रायपुर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के रायपुर में एक उच्च स्तरीय अंतरराज्यीय समन्वय बैठक की अध्यक्षता की। शनिवार को आयोजित इस बैठक में सात राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।
बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय शामिल हुए। वहीं, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र के मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों (डीजीपी) ने भी भाग लिया।
चैलेंज के रूप में इस समस्या को किया स्वीकार
बैठक के दौरान अमित शाह ने वामपंथी उग्रवाद का खात्मा करने के संकेत दिए। उन्होंने कहा कि 'अब समय आ गया है कि वामपंथी उग्रवाद की समस्या पर एक मजबूत रणनीति के साथ अंतिम प्रहार किया जाए। विगत 4 दशकों में वामपंथी उग्रवाद के कारण करीब-करीब 17 हजार लोगों की जान गई हैं। जब से केंद्र में नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी, इस समस्या को चैलेंज के रूप में स्वीकार किया गया।'
इन 3 कारणों से क्षेत्र का हुआ विकास
इस क्षेत्र में विकास का जो अभाव दिखाई पड़ता था, व्यक्ति विकास, गांव का विकास और क्षेत्र का विकास... ये तीनों में विकास के क्षेत्र में पूरे देश के अनुरुप एक स्तर पर लाना हमारा प्रयास रहा और इन क्षेत्र में बहुत अच्छा विकास हुआ है।
2022 के बाद से कम हुई मौतों की संख्या
अमित शाह ने आगे कहा कि '2022 में ऐसा समय आया कि चार दशक में पहली बार मृत्य की संख्या 100 से कम हो गई। 2014-2024 तक सबसे कम वामपंथी उग्रवाद द्वारा की गई घटनाएं दर्ज की गई। वामपंथी उग्रवाद की जगह, इस विचारधारा की जगह, विकास का विश्वास लोगों में जेनेरेट करने की हमने सफलता प्राप्त की है। इसी तरह सुरक्षा बलों की मृत्यु में 73 प्रतिशत की कमी आई है और नागरिकों की मृत्यु में 69 प्रतिशत की कमी आई है।'
दो उद्देश्यों के साथ काम कर रही मोदी सरकार
अमित शाह ने आगे कहा कि 'हमने वामपंथी उग्रवाद की विचारधारा को हटाकर लोगों में विकास के प्रति सफलतापूर्वक विश्वास पैदा किया है। हमने दो उद्देश्यों के साथ काम किया - पहला, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कानून का शासन स्थापित करना। दूसरा, विनाश को हटाकर विकास सुनिश्चित करना! अमित शाह ने विश्वास जताते हुए आगे कहा कि 'हमारी लड़ाई अब अंतिम चरण में पहुंच गई है और हम देश को मार्च 2026 तक पूर्णत: नक्सल समस्या से मुक्त कर पाएंगे।'
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